अवैध वसूली, ओवरलोड डंपर और फर्जी रसीदों का खेल, परिवहन विभाग की लापरवाही उजागर
जलगांव, 12 अक्टूबर 2025 @Kakar wahid
: जलगांव जिले में सड़कों पर मौत का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। नवनियुक्त प्रादेशिक परिवहन अधिकारी (RTO) राजेंद्र वर्मा के सामने अवैध वसूली, ओवरलोड वाहनों की मनमानी और फर्जी रसीदों के कारोबार पर लगाम लगाने की कठिन चुनौती है। सूत्रों के मुताबिक, जिले में दो सीमा जांच चौकियों पर निजी व्यक्तियों द्वारा वाहन चालकों से अवैध वसूली का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। इसके अलावा, लग्जरी बसों में गैरकानूनी ढंग से सामान की ढुलाई और परिवहन कार्यालयों में फर्जी टैक्स रसीदों का कारोबार भी जोरों पर है।महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं के मामले में जलगांव जिला टॉप टेन में शामिल है। दीपनगर, ताप्ती, गिरणा और पूर्णा नदियों से रेत लादकर तेज रफ्तार में दौड़ने वाले ओवरलोड डंपर सड़कों पर यमदूत बन चुके हैं। हर माह इन वाहनों की वजह से होने वाली मौतें जिले में हादसों का ग्राफ बढ़ा रही हैं। सूत्रों का दावा है कि सीमा जांच चौकियों पर अवैध वसूली का पैसा एRTO बागड़े और सचिन बुरुड जैसे अधिकारियों के जरिए चपरासी से लेकर आला अधिकारियों तक पहुंचता है।
जलगांव परिवहन कार्यालय के अंतर्गत तीन उप-प्रादेशिक कार्यालय जलगांव, भड़गांव और चालीसगांव आते हैं, लेकिन इनमें स्थायी Dy RTO की नियुक्ति नहीं हुई है। पिछले एक साल से इन कार्यालयों में लर्निंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण और अन्य कार्य असिस्टेंट इंस्पेक्टरों के भरोसे चल रहे था।
सूत्रों के अनुसार, नव नियुक्त RTO राजेंद्र वर्मा को भड़गांव और चालीसगांव में पूर्णकालिक ARTO
नियुक्ति करने समय नहीं मिल पा रहा। सचिन बुरुड ,गायकवाड़ और बागड़े महीने में एक-दो बार या हफ्ते में एक बार ही ये अधिकारी इन कार्यालयों में नजर आते हैं। कागजात पर हस्ताक्षर तक उनके निजी आवास पर कराने Rdc द्वारा लाए जाते हैं, जिसके चलते ये कार्यालय इंस्पेक्टरों और दलालों के हवाले हैं।लग्जरी बसों में खुलेआम सामान की ढुलाई का खेल भी परिवहन विभाग की नाकामी को उजागर करता है। विभिन्न लग्जरी स्टैंडों पर गुड्स कैरियर के रूप में सामान बुक करने, डिलीवरी और लदान का काम बेरोकटोक चल रहा है। खुलेआम सबूत होने के बावजूद इन वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। यह लापरवाही तब और गंभीर हो जाती है, जब ओवरलोड डंपरों की वजह से सड़क हादसे बढ़ रहे हैं।नवनियुक्त परिवहन अधिकारी राजेन्द्र वर्मा के पदभार ग्रहण करते ही बेलगाम ओवरलोड डंपरों ने
पिछले 15 दिनों में पांच लोगों की जान ले लीगौरतलब हो कि मुक्ताई नगर स्थित चेकपोस्ट से कुछ ही दूरी पर एक डंपर ने बाइक सवार एक ही परिवार के तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, उस समय भी
इंस्पेक्टर नितिन सावंत की ड्यूटी थी और जलगांव में अजंता चौराहे समीप तेज गति डंपर ने एक के बाद पाँच वाहनों को रौंदा जिसमे एक व्यक्ति घयाल हुआ इस दौरान फ्लाइंग पर नितिन सांवत की ड्यूटी थी। सूत्रों की माने तो ओवर लोड गोरख धंधे में इसी इंस्पेक्टर को मास्टर माइंड बताया जा रहा है! समाजिक कार्यकर्ताओं ने संबंधित इंस्पेक्टर पर सदोष मानव हत्या का मामला दर्ज कर अचल संपत्ति की Acb से जांच कराई जाने की बात हेड लाइन पोस्ट से बात करते हुए व्यक्त की है।
ऐसे से में RTO राजेंद्र वर्मा के सामने सबसे बड़ी चुनौती जिले में बढ़ते सड़क हादसों और मृत्यु दर पर अंकुश लगाना है। अवैध वसूली, ओवरलोड वाहनों और फर्जी रसीदों के कारोबार पर लगाम कसने में उनकी कामयाबी समय ही तय करेगा। जनता की निगाहें अब इस नए अधिकारी पर टिकी हैं, जो जिले की सड़कों को मौत के साये से मुक्त कराने की जिम्मेदारी उठाने वाले हैं।
क्या राजेंद्र वर्मा इस भ्रष्ट तंत्र को तोड़ पाएंगे, या सिस्टम की जड़ें और गहरी होंगी?इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है।