रावेर. संवाददाता. हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक हजरत पीर बालेशा बाबा रहमतुल्लाह अलैह सरकार का उर्स समारोह 16 और 17 जनवरी को रावेर तालुका के बडा वागोदा में आयोजित किया गया है। इस पवित्र समारोह में राज्य भर से श्रद्धालु शामिल होते हैं और मन्नत मांगते हैं।
संदल जुलूस एवं चादर चडाने का कार्यक्रम:
आज 16 जनवरी को गांव में ढोल-नगाड़ों और बैंड-बाजे की धुन पर भव्य संदल जुलूस निकाला जाएगा। इस जुलूस में चादर चढ़ाने की रस्म खास आकर्षण होगी.हजरत पीर बलेशा बाबा रहमतुल्लाह अलैह की जगरत दरगाह पर सभी धर्मों के श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ उपस्थित होते हैं।
यात्रा और महाप्रसाद:
17 जनवरी को उर्स के मौके पर एक बड़ी यात्रा का आयोजन किया गया है. इस मौके पर श्रद्धालुओं की ओर से लगातार दो दिनों तक लंगर, न्याज और हलीम का मुफ्त भोजन महाप्रसाद का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इस यात्रा का विशेष आकर्षण पंचक्रोशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है।
कव्वाली मुकाबला स्थगित:
उर्स समारोह के दौरान कव्वाली मुकाबला रातभर जुगलबंदी को एक विशेष कार्यक्रम माना जाता है। हालांकि, जानकारी दी गई है कि इस साल कव्वाली कार्यक्रम अगले महीने 24 फरवरी को होगा.
एकता का प्रतीक : हजरत पीर बलेशा बाबा रहमतुल्लाह अलैह के संदल उर्स शरीफ समारोह में हिंदू-मुस्लिम श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ शामिल होते हैं. उर्स कमेटी ने पंचक्रोशीवासियों से इस दो दिवसीय आयोजन में शामिल होने की अपील की है.
हर साल धूमधाम से मनाए जाने वाले इस उर्स समारोह में हिंदू-मुस्लिम एकता देखने को मिलती है