Nasik. Waseem Raza Khan
नाशिक एंटी-नारकोटिक्स सेल ने मेफेड्रोन (एमडी) की तस्करी में शामिल 2 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिससे उनके मुंबई से जुड़े होने का पता चला है. आगे की जांच से पता चला है कि 6 दिन पहले गिरफ्तार की गई 3 महिलाओं और एक पुरुष ने भी मुंबई से एमडी खरीदा था. उल्लेखनीय है कि दोनों अपराधियों ने माचिस में एमडी छिपाकर रखा था और उसकी तस्करी की थी, जिससे संकेत मिलता है कि मुंबई से नाशिक तक एमडी की तस्करी जारी है, और शहर के कई लोगों पर ड्रग के धंधे में शामिल होने का संदेह है.
नारकोटिक्स विभाग ने 2 व्यक्तियों रोहित नंदकुमार पवार (28) और बाबू प्यारेलाल कनोडिया (35) को मेफेड्रोन (एमडी) तस्करी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. चेतनानगर और हेगड़ेवार नगर के निवासी पवार और कनोडिया के पास से ₹1.37 लाख से अधिक मूल्य की एमडी बरामद की गई. रिपोर्ट के अनुसार, दोनों व्यक्तियों ने 2022 में एक युवक की मौत के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद नाशिक रोड सेंट्रल जेल में बंद रहने के दौरान एमडी तस्करी के बारे में जानकारी जुटाई थी. रिहा होने के बाद, उन्होंने एमडी बेचना शुरू कर दिया. एक अलग घटना में नारकोटिक्स विभाग ने शनिवार को मुंबई नाका इलाके में एक पुरुष और 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया और उनके पास से 75.5 ग्राम एमडी जब्त की.
संदिग्धों के नाम गणेश कैलास गीते (45, मखमलाबाद निवासी), रितुजा भास्कर झिंगाडे (22, शिवाजी पार्क, सातपुर निवासी), स्वीटी सचिन अहिरे (28, श्रीधर कॉलोनी, पेठ रोड निवासी) और पल्लवी निकुंभ उर्फ सोनाली शिंदे (36, साईनगर, अमृतधाम निवासी) हैं. इन दोनों समूहों ने मुंबई से मेफेड्रोन (एमडी) खरीदा था और कई महीनों से शहर में इसे बेच रहे थे. ‘छोटी भाभी’ मामले में ‘मुंबई कनेक्शन’ भी सामने आया था और उसके बाद शहर में हुए ‘एमडी’ अपराधों से संकेत मिला कि ड्रग का कारोबार मुंबई से संचालित हो रहा था. नतीजतन, एंटी नारकोटिक्स सेल ने अब मुंबई में एमडी तस्करों को पकड़ने पर ध्यान केंद्रित किया है.
सन्नी पगारे और अर्जुन पिवल के संदिग्ध गिरोह को नाशिक एंटी-नारकोटिक्स सेल ने 2023 में गिरफ्तार किया था. जांच के दौरान पता चला कि सन्नी पगारे की सोलापुर में मेफेड्रोन (एमडी) फैक्ट्री और गोदाम था, जिसे बाद में नष्ट कर दिया गया. पुलिस को हैदराबाद और अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी से कनेक्शन मिले. गौरतलब है कि सन्नी पगारे का गिरोह सोलापुर में एमडी का उत्पादन कर रहा था और इसे साउंड बॉक्स का उपयोग करके नाशिक और राज्य और देश के अन्य हिस्सों में पहुंचा रहा था. बाद में सामनगांव इलाके में बड़ी मात्रा में एमडी के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया गया. अब यह पता चला है कि गिरोह ने एमडी के परिवहन के लिए माचिस का भी इस्तेमाल किया था. इस मामले में संदिग्धों को भी नशे की लत पाई गई है, जिसके परिणामस्वरूप उनके हाथों में गंभीर चोटें आई हैं. वरिष्ठ निरीक्षक सुशीला कोल्हे के मार्गदर्शन में जांच जारी है.