Nasik – Waseem Raza Khan
शहर में अचानक मौतों के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं. 2024 में कुल 1725 अचानक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से औसतन प्रतिदिन कम से कम 5 मौतें हुईं. इससे भी ज़्यादा चिंताजनक बात यह है कि इनमें से 394 मौतें आत्महत्या के कारण हुईं, जबकि 142 अन्य कारणों से हुईं. डेटा से पता चलता है कि आत्महत्या के शिकार ज़्यादातर पुरुष थे, जिनमें से 302 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद 73 महिलाएं और 19 नाबालिग थे. यह प्रवृत्ति राष्ट्रीय डेटा के अनुरूप है, जो दर्शाता है कि आत्महत्या के मामलों में पुरुषों की संख्या ज़्यादा है. इन अचानक मौतों के पीछे कई कारण हैं. बढ़ता तनाव और चिंता, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली विकल्पों और जंक फ़ूड का सेवन, हृदय रोग और अन्य जानलेवा बीमारियों के बढ़ते मामलों में योगदान दे रहे हैं. इन मुद्दों को एक व्यापक दृष्टिकोण के माध्यम से संबोधित करना आवश्यक है जिसमें जागरूकता पैदा करना, स्वस्थ जीवनशैली विकल्पों को बढ़ावा देना और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को सहायता प्रदान करना शामिल है. राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति को लागू करने के लिए सरकार के प्रयास सही दिशा में उठाया गया कदम है, लेकिन इस बढ़ती चिंता से निपटने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है.
सबसे अधिक फांसी :
पिछले वर्ष 289 लोगों ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. इसमें मुख्यतः 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग शामिल हैं.
अचानक मृत्यु के आंकड़े :
– आत्महत्या
पुरुष: 302
महिलाएं: 73
नाबालिग : 19
कुल : 394
अचानक मौत :
शॉक लगने से : 09
पानी में डूबने से : 33
फाँसी लेकर: 289
जहर पीकर : 58
अन्य कारण 942
कुल 2725