रिपोर्टर नूरखान
अमलनेर: वर्तमान में अमलनेर तहसील में रेत माफियाओं का आतंक चरम पर पहुंच गया है। राजस्व प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देना अत्यंत आवश्यक हो गया है। रेत की चोरी करने वालों को अब किसी कार्रवाई का भय नहीं रह गया है। ऐसी चर्चा है कि राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी या कर्मचारी एक फोन कॉल पर ट्रैक्टर या डंपर छोड़ देते हैं। यह चर्चा शहर और ग्रामीण इलाकों में खुलेआम हो रही है।
पांझरा क्षेत्र में तो माफियाओं का इतना दबदबा बढ़ गया है कि वे खुलेआम कहते हैं, “साहब अपने ही हैं, हमें कुछ नहीं होगा।” पांझरा नदी और बोरी नदी के जलप्रवाह क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध रेत उत्खनन चल रहा है, और भारी वाहनों के माध्यम से उसका परिवहन किया जा रहा है। इस परिवहन की वजह से शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं।
इन रेत माफियाओं के कारण शहरवासियों और ग्रामीणों दोनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन और जिला प्रशासन को तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, अन्यथा यह समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है।