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जलगांव में ट्रेन दुर्घटना : 13 की मौत, कई घायल
महाराष्ट्र के जलगांव में 22 जनवरी को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। इस अफरा-तफरी में कई यात्री ट्रेन से कूद गए, लेकिन उनकी मौत कर्नाटक एक्सप्रेस के चपेट में आने से हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह घटना शाम 5 बजे के आसपास हुई जब पुष्पक एक्सप्रेस परांडा रेलवे स्टेशन के पास आ रही थी। ट्रेन के मोटरमैन ने ब्रेक लगाया, जिससे पहियों से चिंगारियां निकलने लगीं। इससे यह अफवाह फैल गई कि ट्रेन में आग लग गई है, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
बचाव कार्य जारी
स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। एम्बुलेंस और मेडिकल टीम को मौके पर भेजा गया है। जिलाधिकारी आयुष प्रसाद ने पुष्टि की है कि अधिकारियों की एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। “आपदा प्रबंधन टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है, और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। एम्बुलेंस को भेजा गया है, और तीन अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है,” प्रसाद ने कहा। अंधेरे के कारण बचाव कार्य में परेशानी हो रही है, लेकिन अधिकारी घायलों की मदद के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।
मृतक और घायल
रिपोर्टों के अनुसार, इस दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया है। इस घटना ने भारतीय रेलवे पर यात्रियों की सुरक्षा के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं और ऐसी अफवाहों को रोकने के लिए प्रभावी संचार प्रणाली की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। महाराष्ट्र के जलगांव में 22 जनवरी को एक भीषण ट्रेन दुर्घटना हुई, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना पुष्पक एक्सप्रेस और कर्नाटक एक्सप्रेस के बीच हुई, जो विपरीत दिशा से आ रही थी।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह के कारण यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई, जिससे कई यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदने की कोशिश की। दुर्भाग्य से, इनमें से कई यात्रियों को कर्नाटक एक्सप्रेस ने अपनी चपेट में ले लिया, जो विपरीत दिशा से आ रही थी। रेलवे अधिकारियों और आपातकालीन सेवाओं ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रभावित लोगों की मदद की। मंडल रेलवे मैनेजर और एक मेडिकल टीम को घटनास्थल पर भेजा गया ताकि बचाव कार्य को सुनिश्चित किया जा सके। “पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जा रही थी जब यह घटना हुई,” सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ डॉ. स्वनिल ने कहा। “कुछ यात्री ट्रैक पर उतर गए, और दुर्भाग्य से, उन्हें कर्नाटक एक्सप्रेस ने अपनी चपेट में ले लिया, जो विपरीत दिशा से आ रही थी।”
जांच शुरू
इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की गई है। रेलवे अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह सच थी या नहीं।
संवेदना व्यक्त
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घटना को “बहुत ही दुखद और हृदय विदारक” बताया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों का उचित चिकित्सा उपचार सुनिश्चित किया जाए।
इस घटना ने भारतीय रेलवे पर यात्री सुरक्षा के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं और अफवाहों और गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी संचार प्रणाली की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।