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जळगांव जिले की स्थानीय क्राइम शाखा ने मुक्ताईनगर और वरणगांव के पेट्रोल पंपों पर हुई सशस्त्र लूट का भंडाफोड़ करते हुए ५ आरोपी और एक विधी संघर्षात बालक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपियों से ४०,००० नकद, ३ देशी पिस्तौल, ५ मैगज़ीन, १० जिंदा कारतूस, ९ मोबाइल फोन और एक नीले रंग का बैग जब्त किया है।
९ अक्टूबर की रात १० से ११ बजे के बीच बोदवड चौफुली, मुक्ताईनगर स्थित रक्षा फ्युएल (भारत पेट्रोलियम), कर्की फाटा स्थित मनुभाई आशिर्वाद पेट्रोल पंप और वरणगांव शिवार के सय्यद पेट्रोल पंप पर ५–६ हथियारबंद बदमाश मोटरसाइकिलों से पहुंचे।
बंदूक की नोक पर कर्मियों को धमकाकर उन्होंने ₹१.३३ लाख नकद, मोबाइल फोन और CCTV DVR लूट लिया और फरार हो गए।
पुलिस ने ऐसे सुलझाई गुत्थी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी, अपर पुलिस अधीक्षक अशोक नखाते और उपविभागीय अधिकारी संदीप गावीत ने मौके का दौरा किया।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राहुल गायकवाड के नेतृत्व में पाँच विशेष पथक गठित किए गए।
चार दिन तक लगातार तांत्रिक तपास, सीसीटीवी विश्लेषण और गुप्त माहिती के आधार पर पुलिस ने नाशिक में ४ आरोपी तथा अकोला में १ आरोपी व एक विधी संघर्षात बालक को दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपी
- सचिन अरविंद भालेराव (३५) – रा. भुसावळ, मूळ खकनार, म.प्र.
उस पर पहले से हत्या के प्रयास और दंगा करने के दो मामले दर्ज हैं।
वर्ष २०२८ में महाराष्ट्र पोलीस अधिनियम की धारा ५५ अंतर्गत दो वर्ष के लिए जिले से हद्दपार किया गया था।
- पंकज मोहन गायकवाड (२३) – वेडीमाता मंदिर, जुना सातारा रोड, भुसावळ
- हर्षल अनिल बावस्कर (२१) – वाळापुर, ता. बाळापुर, जि. अकोला
- देवेंद्र अनिल बावस्कर (२३) – बाळापुर, जि. अकोला
- प्रदुम्न दिनेश विरघट (१९) – श्रद्धा नगर, कौलखेड, अकोला
- विधी संघर्षात बालक – अकोला निवासी
पुलिस ने जब्त किया माल
₹४०,००० नकद
३ देशी पिस्तौल
५ मैगज़ीन
१० जिंदा कारतूस
९ मोबाइल फोन
नीले रंग का बैग
पुलिस टीम की सफलता
यह कार्रवाई पोलिस अधीक्षक डॉ. महेश्वर रेड्डी, अपर पोलिस अधीक्षक अशोक नखाते, और उपविभागीय अधिकारी संदीप गावीत के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पोलिस निरीक्षक राहुल गायकवाड व स्थानिक गुन्हे शाखेच्या पथकाने की।
इस ऑपरेशन में शरद बागल, सोपान गोरे, शेखर डोमाळे, जितेंद्र वल्टे, रवी नरवाडे समेत अनेक अधिकारी-कर्मचारी सहभागी रहे।
सभी आरोपियों को मुक्ताईनगर पोलिस स्टेशन के सुपुर्द किया गया है।गिरोह के अन्य साथियों और हथियारों की सप्लाई चैन की जांच की जा रही है।
“पुलिस की पकड़ से अपराधी कितना भी तेज क्यों न भागे, अब CCTV और तांत्रिक जांच के जाल में बचना मुश्किल है।”
— राहुल गायकवाड, वरिष्ठ पोलिस निरीक्षक,एलसीबी जळगांव