Nasik – Staff Reporter
नाशिक जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष धनपाल (विनोद) शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि महाराष्ट्र बनाम वडोदरा के बीच 4 दिवसीय रणजी ट्रॉफी मैच 23 से 26 जनवरी तक शहीद अनंत कान्हेरे मैदान, गोल्फ क्लब नाशिक में आयोजित किया जाएगा. दर्शक अब हाल ही में पुनर्निर्मित शहीद अनंत कान्हेरे ग्राउंड, गोल्फ क्लब के लॉन में बैठ सकते हैं और मैच देख सकते हैं. अब नाशिकवासी इस लॉन में बैठकर मैच देखने का आनंद ले सकेंगे, जो अब तक केवल विदेशों में ही उपलब्ध था और अब नाशिकवासी इस विशेष ऊंचाई पर लॉन में बैठकर मैच देखने का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ ही दोनों टीमों के लिए अतिरिक्त ड्रेसिंग रूम और एक अच्छे पवेलियन हॉल की सुविधा भी उपलब्ध होगी. मैच देखने के लिए नि:शुल्क सुविधाएं होंगी और त्र्यंबक रोड पर सिविल अस्पताल के सामने मुख्य द्वार और गेस्ट हाउस से मैदान तक पहुंचा जा सकेगा. ईदगाह मैदान का उपयोग पार्किंग के लिए किया जा सकता है.
23 जनवरी से होने वाले मैच में भारत के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर महाराष्ट्र के कप्तान ओपनर ऋतुराज गायकवाड़, वडोदरा के कप्तान ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या के खेलने की प्रबल संभावना है. साथ ही हमारे नाशिक के बाएं हाथ के स्पिनर और ऑलराउंडर, महाराष्ट्र टीम के अहम गेंदबाज सत्यजीत बच्छाव भी इस टीम में हो सकते हैं. इस टीम में युवा खिलाड़ी अर्शिन कुलकर्णी भी हैं.
नाशिक जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष धनपाल (विनोद) शाह के नेतृत्व में, सचिव समीर रकटे, पदाधिकारियों, सदस्यों और जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सभी संबंधित लोगों को पिछले इक्कीस वर्षों में दस रणजी ट्रॉफी मैचों के आयोजन का शानदार अनुभव है. खिलाड़ियों से लेकर टीम मैनेजर तक सभी ने बार-बार ऐसी प्रतिक्रिया दी है. यही कारण है कि नाशिक एक और सफल रणजी ट्रॉफी मैच की मेजबानी के लिए तैयारी कर रहा है. इस मैच के लिए पिच की तैयारी के लिए बीसीसीआई के तीसरे पिच विशेषज्ञ पिच क्यूरेटर अभिजीत पीपरोडे नासिक पहुंचे हैं.
नाशिक में रणजी ट्रॉफी मैचों का इतिहास :
पहला रणजी मैच 1957 में बापू नाडकर्णी के नेतृत्व में नाशिक में खेला गया था. इसके बाद 1982 तक 4 मैच और खेले गए. ये सभी 5 मैच पुलिस परेड ग्राउंड में खेले गए. 1974 में मैटिंग पिच पर खेले गए रणजी मैच में महान भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर को महाराष्ट्र के तेज गेंदबाज पांडुरंग सालगांवकर ने बोल्ड कर दिया था. इसलिए, बाद के टेस्ट और अगले 4 वर्षों में, उनके नेतृत्व का अवसर भी खो गया और नाशिक ने रणजी मैचों की मेजबानी भी बंद कर दी. फिर 23 साल के अंतराल के बाद, धनपाल (विनोद) शाह के नेतृत्व में शहीद अनंत कान्हेरे मैदान, गोल्फ क्लब में नाशिक जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा बनाई गई हरी पिच पर रणजी ट्रॉफी मैच जीता.