Nasik – Shoeb Shaikh
सरकारी सस्ते अनाज दुकान से अनाज का लाभ लाभार्थियों को न देकर अनाज की कालाबाजारी की जा रही है. लाभार्थी सलमान नदीम सैयद ने आरोप लगाया कि पुराने नाशिक में सस्ते गल्ले की दुकान में ऐसा हो रहा था. उन्होंने इस संबंध में जिला आपूर्ति कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. पुराना नासिक निवासी सलमान सैयद सस्ते अनाज की दुकान का हितग्राही है, पिछले 3 माह से उसे अनाज का लाभ नहीं मिला है, किसी कारणवश अनाज खरीदने जाते समय पीओएस मशीन पर बायोमेट्रिक तरीके से उसके अंगूठे का निशान (थम) ले लिया जाता है, लेकिन अनाज नहीं दिया जाता है. इस संबंध में उन्होंने अनाज वितरण अधिकारियों को पत्र दिया था. इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, अब भी स्थिति ‘ज्यों की त्यों’ है. अंतत: 29 जनवरी को उन्होंने जिला अधिकारी कार्यालय स्थित जिला आपूर्ति पदाधिकारी कार्यालय एवं मुख्यमंत्री चेंबर कार्यालय में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई. शिकायत को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता जुबैर सैयद ने सरकारी ‘मेरा राशन’ ऐप पर शिकायतकर्ता लाभार्थी का आधार नंबर डालकर चेक किया. इसमें दिसंबर 2024 तक लाभुकों को अनाज वितरण का रिकॉर्ड मिला. इसके अलावा अनाज वितरण की रसीद भी देखी गई जबकि लाभुक को अनाज नहीं मिला. इस संबंध में संबंधित अधिकारियों और दुकानदार पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.