Nasik – Correspondent
नाशिक जिले के पेठ तहसील के बोरीचे बारी गांव में पानी की कमी की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है. यह बात सामने आई है कि फरवरी से ही गांव के लोग पानी खरीदने को मजबूर हैं और उन्हें 200 लीटर के एक ड्रम के लिए 60 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं. लगभग 200 रुपये की दिहाड़ी में से 60 रुपये सिर्फ पानी पर खर्च हो जाते हैं, बाकी 140 रुपये में गांव के लोग घर का खर्च चलाने को मजबूर हैं. नतीजतन, कई परिवार दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तो कुछ को चना-भाकरी खाकर गुजारा करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, पानी का एक ही ड्रम परिवार के सदस्यों और मवेशियों के बीच बांटना पड़ रहा है, जिससे स्थिति और भी विकट हो गई है. कई दिनों से यह संकट बना हुआ है, लेकिन प्रशासन ने अब जाकर गांव की ओर ध्यान दिया है. गांव में पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए प्रशासन की ओर से कुछ प्रयास शुरू किए गए हैं. लेकिन, गांव की महिलाओं ने एक अलग और बेहद दर्दनाक समस्या को उजागर किया है.
गांव की महिलाओं ने बताया कि पानी की कमी अब सामाजिक मुद्दा बन गई है. पानी की समस्या के कारण कई युवकों की शादियां टल रही हैं. जब परिवार संभावित दुल्हन की तलाश में होते हैं, तो वे गांव में पानी की उपलब्धता के बारे में पूछते हैं लेकिन जब उन्हें पता चलता है कि पानी नहीं है, तो वे अक्सर मना कर देते हैं और शादी टूट जाती है. गांव वालों ने यह भी सवाल उठाया है कि हम पीढ़ियों से पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अब हमारे बच्चों की जिंदगी पानी के कारण अटक रही है. यह कब तक चलेगा? इस बीच, मेहनत मजदूरी से मिलने वाली एक चौथाई राशि सिर्फ़ पानी पर खर्च हो रही है. यानी रोज़ाना मिलने वाली लगभग 200 रुपए की कमाई में से 60 रुपए पानी पर खर्च हो रहे हैं और घर के खर्च के लिए सिर्फ़ 140 रुपए बचते हैं. नतीजतन, गांव वालों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन ने गांव में पानी की आपूर्ति शुरू करने की योजना बनानी शुरू कर दी है, लेकिन देखना यह है कि पानी की समस्या का समाधान कब होगा.