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HomeHindiउर्वरक और बीच में मिलावट - कृषि विभाग के टारगेट पर विक्रेता

उर्वरक और बीच में मिलावट – कृषि विभाग के टारगेट पर विक्रेता

Nasik – Staff Reporter

नाशिक जिला प्रशासन ने खाद, बीज और कीटनाशकों में मिलावट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पिछले 9 महीनों में कृषि विभाग ने 62 विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित किए हैं और 5 परमिट रद्द किए हैं. इसके अलावा, 5 परमिट धारकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. प्याज किसानों की 128 शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई, जिसके कारण अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक 3569 बीज के नमूने, 1638 उर्वरक के नमूने और 1020 कीटनाशक के नमूने एकत्र किए गए. प्रयोगशाला परीक्षणों से पता चला कि इनमें से कुछ नमूने घटिया थे.

62 विक्रेताओं के लाइसंस जब्त :

नाशिक कृषि विभाग ने गुणवत्ता जांच के बाद जिले में लाइसेंसधारी विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. पिछले 9 महीनों में 62 विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित किए गए हैं, जबकि 5 लाइसेंस रद्द किए गए हैं. इसके अलावा 5 लाइसेंसधारी विक्रेताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. बीज, खाद और कीटनाशकों में मिलावट के लगातार सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है. कृषि विभाग के अभियान ने गति पकड़ ली है, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट मिल रहे हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी किसानों के हितों की रक्षा के लिए नकली बीज, खाद और कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया है.

3,600 हेक्टेयर का फर्जी फसल बीमा रद्द :

नाशिक जिले के कृषि विभाग ने धोखाधड़ी के कारण जिले के किसानों की फसल बीमा रद्द करने के आदेश जारी किए हैं. जांच में पता चला है कि नाशिक जिले के 5172 किसानों ने 3600 हेक्टेयर भूमि पर फर्जी फसल बीमा का लाभ उठाया था, जिसमें प्याज की खेती करने वाले किसान भी शामिल थे. जांच में पाया गया कि इन किसानों ने बीमाकृत भूमि पर वास्तव में फसल उगाए बिना ही बीमा प्राप्त कर लिया था. नतीजतन, कृषि विभाग ने इन किसानों की बीमा पॉलिसियों को रद्द करने का फैसला किया है.

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