Shirdi – Staff Reporter
साईबाबा संस्थान के कर्मचारियों के साथ एक चौंकाने वाला दोहरा हत्याकांड और हत्या के प्रयास का मामला साईनगर में सामने आया है. घटना सोमवार को सुबह 4:00 से 4:30 बजे के बीच हुई, जिसमें हमलावरों ने विमान नगर रोड पर कई स्थानों को निशाना बनाया. मृतक सुभाष साहेबराव घोडे (40) और नितिन कृष्ण शेजुल (40) दोनों शिर्डी के निवासी थे. घोडे मंदिर के स्थायी कर्मचारी थे, जबकि शेजुल अनुबंधित सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था. श्रीक्षेत्र नगर निवासी कृष्ण बाबूराव देहरकर (68) भी हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया है और वर्तमान में प्रवर नगर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, जो शिर्डी का कुख्यात अपराधी है. दूसरा संदिग्ध अभी भी फरार है. जांच जारी है, पुलिस क्रूर हमलों के पीछे के उद्देश्यों को उजागर करने के लिए काम कर रही है.
शिर्डी में एक भयानक अपराध हुआ, जहां मोटरसाइकिल सवार 2 लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर 3 लोगों को लूट लिया और चाकू घोंप दिया, जिसके परिणामस्वरूप दो लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और पुलिस उपाधीक्षक शिरीष वामने के नेतृत्व में एक टीम ने घटना के कुछ घंटों के भीतर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. दूसरा आरोपी अभी भी फरार है और पुलिस टीमें उसकी तलाश कर रही हैं. पीड़ितों में साईंबाबा संस्थान के 2 कर्मचारी और एक स्थानीय युवक शामिल हैं. पुलिस हमलों के पीछे के मकसद की जांच कर रही है और पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. पूर्व सांसद डॉ. सुजय विखे पाटिल पूरे दिन शिरडी में मौजूद रहे और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे अपनी ओर से किसी भी लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. पुलिस ने यह भी कहा है कि वे शिर्डी में अवैध गतिविधियों और अपराध के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेंगे.
डॉ. सुजय विखे पाटिल ने शिर्डी में हुई हालिया घटना की निंदा करते हुए इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया है. उन्होंने अगले 15 दिनों के भीतर शिर्डी में अपराध पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाने का संकल्प लिया है. पाटिल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि पुलिस ने शुरू में इस घटना को हत्या के बजाय दुर्घटना के रूप में दर्ज किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो पुलिस अधिकारी दुर्घटना और हत्या में अंतर नहीं कर सकता, उसे पुलिस बल में सेवा करने का कोई अधिकार नहीं है. पाटिल ने पुलिस अधीक्षक से बात कर जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित करने की मांग की है और पुलिस निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है. उन्होंने वीआईपी दर्शन प्रोटोकॉल में व्यस्त रहने के लिए स्थानीय पुलिस की आलोचना की और सुझाव दिया कि इस लंबे समय से चले आ रहे मुद्दे को सुलझाने के लिए प्रोटोकॉल ड्यूटी के लिए एक अलग पुलिस बल नियुक्त किया जाना चाहिए. इस बीच, साईंबाबा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडिलेकर ने मृतक के परिजनों से मिलने के लिए अस्पताल का दौरा किया. ताराचंद कोटे, सचिन चौघुले, कैलास कोटे, शिवाजी गोंडकर, अनीता जगताप, विजय जगताप, सुजीत गोंडकर और सुरेश अरने सहित अन्य स्थानीय गणमान्य व्यक्ति भी अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए अस्पताल गए. उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की.