नासिक. संवाददाता. शहर के कालाराम मंदिर परिसर में स्थित रामराज्य संकुल में एक दुखद घटना सामने आई, जहां सोने-चांदी के आभूषण बेचने और बनाने का काम करने वाले एक परिवार के पिता-पुत्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृत पिता-पुत्र के नाम प्रशांत आत्माराम गुरव (49) और अभिषेक गुरव (29) हैं. उनकी मौत के बाद प्रशांत की बहन को भी चक्कर आ गए, जिसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसकी हालत चिंताजनक है, और प्रशांत और अभिषेक की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है. इस घटना के बारे में जानने के बाद, अभिषेक की पत्नी भी बहुत परेशान हो गई है. इस पूरे घटनाक्रम ने सभी को हिला कर रख दिया है.
सांगली जिले के विटा तहसील से ताल्लुक रखने वाले गुरव परिवार का नाशिक के सराफ बाजार में सोने-चांदी के आभूषण बनाने का कारखाना है, जो पिछले 30 वर्षों से चल रहा है. प्रशांत के कई लोगों के साथ व्यावसायिक और संपत्ति संबंधी लेन-देन हुए थे. उन्होंने मोहनशेठ सचदेव नामक एक व्यक्ति के साथ भी कुछ लेन-देन किया था. इस बीच, सोमवार 13 जनवरी की सुबह लगभग 7 बजे प्रशांत ने कुछ रसायन पी कर आत्महत्या कर ली, ऐसा संदेह है. उन्हें बहुत दर्द हुआ और उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया. उस समय उनका बेटा अभिषेक दौड़ता हुआ आया. लेकिन उसे भी चक्कर आ गया. इसके कारण आसपास के निवासियों ने प्रशांत की बहन से संपर्क किया. जब वह वहां पहुंची, तो उन्हें भी परेशानी हुई. तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्रशांत और अभिषेक की मौत हो गई. दोनों के शवों को उनके परिजनों द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने के कारण, शवों का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया था. मंगलवार 14 जनवरी को पोस्टमॉर्टम हुआ, पीएम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा.
मेरी मौत के जिम्मेदार :
प्रशांत गुरव ने सोमवार की सुबह 4 बजकर 56 मिनट पर सचदेवशेठ नामक व्यक्ति को व्हॉट्सएप पर 2 मैसेज भेजे थे. इनमें से एक मैसेज में देवता की फोटो थी, जबकि दूसरे मैसेज में लिखा था, तुम मेरी आम्तहत्या के पूरी तरह से जिम्मेदार हो. लेकिन, इंटरनेट बंद होने के कारण दोनों मैसेज व्यक्ति को सेंड नहीं हो पाए थे. इसलिए, प्रशांत ने आत्महत्या की आशंका है, और उनके मुंह से झाग निकलने के कारण अभिषेक को चक्कर आया, जैसा कि आसपास के नागरिकों ने बताया.