Nasik – Waseem Raza Khan
भारतीय वायुसेना की ओर से प्राप्त संदेश के अनुसार बुधवार 7 मई को शाम करीब 4.30 बजे नाशिक शहर पर हवाई हमला किया गया, जिसके कारण प्रशासन मौके पर पहुंच गया. विस्फोटों की आवाज से भगदड़ मच गई. नागरिक सुरक्षा बल, अग्निशमन एवं बचाव सेवा तथा होमगार्ड ने घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने तथा गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए कठोर प्रयास किए. यह घटना युद्ध जैसी स्थिति की पृष्ठभूमि में घटित हुई. सरकार ने निर्देश दिया था कि बुधवार 7 मई को पूरे देश में ‘ऑपरेशन अभ्यास’ नामक एक मॉक ड्रिल आयोजित की जाए. जिसके अनुसार केटीएचएम कॉलेज के परिसर में यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई.
युद्ध जैसी स्थिति की पृष्ठभूमि में ‘ऑपरेशन अभ्यास’ नामक एक रंगारंग रिहर्सल आयोजित किया गया. इसका उद्देश्य आम नागरिकों में जागरूकता फैलाना था कि भविष्य में ऐसी स्थिति उत्पन्न होने पर उन्हें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, तथा सतर्क रहना चाहिए. युद्ध जैसी स्थिति में हवाई हमलों का खतरा रहता है. इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य यह था कि इस ड्रिल के माध्यम से हवाई हमले या मिसाइल हमले की स्थिति में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? इसके पीछे उद्देश्य प्रशिक्षण प्रदान करना है. मॉक ड्रिल के माध्यम से जनता को प्रशिक्षित किया गया कि क्या करें और क्या न करें.
इस रिहर्सल के दौरान, शाम 4.45 बजे मैदान पर सायरन बजाया गया, जो हवाई हमले का संकेत था. सायरन की आवाज गूंज उठी और पांच मिनट के भीतर ही एंबुलेंस और दमकल गाड़ियां तेज आवाज में सायरन बजाते हुए घटनास्थल पर पहुंच गईं. इस बीच, नागरिक सुरक्षा कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. गंभीर रूप से घायलों को स्ट्रेचर से उठाकर तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. उनका इलाज किया गया. इसके बाद हवाई हमलों के कारण कई स्थानों पर आग लग गई. अग्निशमन कर्मियों ने आग बुझाने के लिए अथक प्रयास किया और उस पर काबू पा लिया.
हालांकि, कुछ स्थानों पर दूसरी मंजिल पर आग लगने के कारण अग्निशमन कर्मियों ने आग में फंसे लोगों को सीढ़ियों के सहारे सुरक्षित नीचे उतारा. घायलों को तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जबकि अन्य को अग्निशमन कर्मियों ने अपने कंधों पर उठाकर सीढ़ियों के सहारे सुरक्षित नीचे उतारा. घटनास्थल पर धुआं अधिक होने के कारण सिपाही ने रस्सी की सहायता से महिला को नीचे उतारा और अंततः शाम 5:11 बजे मॉक ड्रिल समाप्त हो गई. इस मॉक ड्रिल के अवसर पर जिला कलेक्टर जलज शर्मा, पुलिस उपायुक्त प्रशांत बच्छव, सहायक पुलिस आयुक्त संदीप मिटके, एमवीपी महासचिव एडवोकेट. नितिन ठाकरे, नागरिक सुरक्षा बल उप नियंत्रक अतुल जगताप, सहायक उप नियंत्रक देवेंद्र बावस्कर, मनपा अग्निशमन विभाग के बैरागी, भद्रकाली विभागीय क्षेत्र अधिकारी मंगला काकड़, सरकारवाड़ा विभागीय क्षेत्र अधिकारी मीनाक्षी गवली, अंबड़ योगेंद्र पाटिल, पंचवटी मनोहर जगताप, सातपुर शुभम क्षीरसागर सहित नागरिक सुरक्षा विभाग, मनपा अग्निशमन विभाग के कर्मी, होमगार्ड, एनसीसी के छात्र शामिल हुए.
शहर सायरन परीक्षण :
मॉक ड्रिल से पहले, शहर के सभी 9 सायरन का नागरिक सुरक्षा बल द्वारा नियमित परीक्षण किया गया. इन स्थानों के सायरन की जांच कर ली गई है. इस समय, सभी स्थानों से कुछ सेकंड के लिए सायरन बज उठे. यह पुष्टि की गई कि आठ स्थानों पर सायरन अच्छी स्थिति में थे. लेकिन ये सायरन नहीं बजाए गए.
घटनास्थल पर सायरन देर से बजा :
केटीएचएम कॉलेज परिसर में जिस स्थान पर मॉक ड्रिल होनी थी, वहां पर सायरन बजाया गया था. जब सायरन शाम 4 बजे बजना था, तो वह नहीं बजा. इसमें कुछ गड़बड़ी रह गई थी लेकिन कुछ समय बाद, लगभग 4.45 बजे सायरन बजने लगे और मॉक ड्रिल वास्तव में शुरू हो गई.