Shoeb Shaikh. नासिक. संक्रांति पर्व के अवसर पर हर वर्ष पतंग उडाने के लिए प्रतिबंध होने के बाद नायलॉन मांझे का उपयोग किया जाता है. हर वर्ष पुलिस प्रशासन कई विक्रेताओं पर छापे भी मारता है लेकिन नायलॉन मांझे का उपयोग कम नहीं हो रहा है. हर साल मांझे के कारण कई दुर्घटनाएं भी होती है जिस में कई लोगों की जान चली जाती है. इस वर्ष भी नाशिक में कई लोग घायल हुए. मंगलवार 14 जनवरी की दोपहर को एक युवक की मांझे से गर्दन कट जाने के कारण मौके पर ही मौत हो गई. इन दुर्घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए पुराना नाशिक क्षेत्र के बागवान पुरा में यहां के व्यापारी और समाज सेवक आसिफ मुलानी से दो पहिया वाहन चालकों को मोटरसाईकल पर लगाने के लिए बचाव तार का वितरण किया. इस मौके पर आसिफ मुलानी ने कहा कि त्योहारों पर किसी की जान जाए, ऐसा होना दुखद होता है. हमें त्योहार ऐसे मनाना चाहिए कि हर कोई सुरक्षित रहे. पतंग मांझा विक्रेताओं को अवैध रूप से मांझा नहीं बेचना चाहिए. इस मौके पर सैकडों बाइक चालकों को आसिफ मुलाने ने अपने हाथों से तार दे कर उन्हें सुरक्षित सवारी करने की अपील की.