Nasik – Correspondent
शहर में अनधिकृत धार्मिक ढांचों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और कई वाहनों को काफी नुकसान पहुंचा. दंगे के बाद पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया. फिलहाल इलाके में शांति है. राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नाशिक दंगा मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि दंगा जानबूझकर भड़काया गया था. फडणवीस ने चेतावनी भी दी कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. नाशिक दंगा मामले पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि नाशिक में दंगा जानबूझकर भड़काया गया. फडणवीस ने चेतावनी भी दी कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नाशिक में जिस तरह से दंगा भड़काने की कोशिश की गई, कोर्ट के फैसले के बाद स्थानीय लोगों ने खुद ही पुलिस को अतिक्रमण हटाने का सुझाव दिया था और यह प्रक्रिया शुरू भी कर दी थी लेकिन उसी समय कुछ लोगों ने जानबूझकर पत्थरबाजी शुरू कर दी और दंगा भड़का दिया. इसलिए इस मामले में सख्त कार्रवाई की जा रही है. नाशिक शहर में अनधिकृत धार्मिक संरचनाओं के खिलाफ तोड़फोड़ अभियान के दौरान दंगा भड़क गया और भीड़ ने पत्थरबाजी की, जिससे काफी नुकसान हुआ और कई लोग घायल हो गए. इससे नाशिक में तनाव पैदा हो गया. तोड़फोड़ अभियान का विरोध कर रही भीड़ ने मंगलवार आधी रात को नागजी चौक और उस्मानिया चौक इलाकों में हंगामा किया और पत्थरबाजी की, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में करने के लिए बल प्रयोग किया. भीड़ के खिलाफ पुलिस पर हमला करने, हथियार रखने और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. इसके बाद मामले के सिलसिले में 31 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. अदालत ने 30 संदिग्धों को 19 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.